Angarak Dosh Puja in Ujjain

अंगारक दोष (Angarak Dosh) का कुंडली में होना जन्म के समय ग्रहो का सम या विषम परिस्थतिओं में होना माना जाता है, यह गुण भी है और दोष भी है, अर्थात अगर इसका सही से पूजन इत्यादि के द्वारा प्रभाव को डाइवर्ट कर दिया जाये तो ये मंगलकारी होता है, लेकिन अगर समय रहते इसका सही से प्रवन्ध न किया जाए तो परिणाम सुखद नहीं होते है, अंगारक दोष निवारण (Angarak Dosh Nivaran) के लिए उज्जैन ही एकमात्र स्थान है, यहाँ पर आप भगवान की शरण में अपने अंगारक दोष का निवारण (Angarak Dosh Nivaran Puja Ujjain) कर सकते है, अंगारक दोष के निवारण (Angarak Dosh Puja Ujjain) के लिए उज्जैन के कुशल ब्राह्मण से परामर्श ले सकते है।

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मंगल और राहु कुंडली के किसी भी घर में साथ हो, तो अंगारक योग (Angarak Dosh Puja in Ujjain) बनता है। यह योग अच्छा और बुरा दोनों तरह का फल देने वाला है। हालांकि कुंडली के जिस भाव में यह योग बन रहा है, उस भाव को ये पीड़ित कर देते हैं। इससे व्यक्ति के जीवन में लड़ाई-झगड़े की स्थिति बनी रहती है।

अंगारक योग (Angarakh Dosh Puja in Ujjain) के कारण व्यक्ति का स्वभाव आक्रामक, हिंसक तथा नकारात्मक हो जाता है। अपने भाइयों, मित्रों तथा अन्य रिश्तेदारों के साथ भी संबंध भी खराब हो जाते हैं। धन संबंधित परेशानियां भी बनी रहती है। अगर किसी महिला की कुंडली में यह योग हो तो उसे संतान प्राप्ति में बाधा उत्पन्न होती है। इस योग के शांति के उपाय न करने पर लंबे समय तक परेशानियों से जूझना पड़ सकता है।

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उज्जैन स्थित श्रीअंगारेश्वर महादेव, प्राचीन 84 महादेवों में 43वाँ स्थान रखते हैं जो की पावन शिप्रा नदी के तट पर स्थित हैं, यह वही शिप्रा नदी है जहाँ पर भगवान श्री राम ने अपने पिता दशरथ जी का श्राद्ध किया था, और पुराणों के अनुसार शिप्रा नदी भगवान विष्णु के अवतार वराह के हृदय से निकली है और यही मंगल (मंगल ग्रह) की जन्मभूमि भी है, यही मंगल संबंधी दोषों के निवारण के लिए अंगारेश्वर महादेव की पूजा की जाती है। श्री अंगारेश्वर महादेव, उज्जैन में कर्क रेखा के निकट मंगल ग्रह का एक रूप है, और इसे धरती (भौ) माता का पुत्र भी माना जाता है इस मंदिर की स्थापना न्यायप्रिय राजा विक्रमादित्य ने की थी।

ऐसा संत जनो का विस्वास है की भगवान अंगारेश्वर महादेव की पूजा करने से संतान, धन, भूमि, संपत्ति और यश की प्राप्ति होती है साथ ही भूमि संबंधी व्यर्थ के विवादों का सरल समाधान होता है और श्री अंगारेश्वर भगवान के दर्शन करने और पूजा करने से भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

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